फतहनगर.
नानेश कॉलोनी स्थित श्री हनुमान मंदिर प्रांगण में चल रही श्रीराम कथा के आठवें दिन सुंदरकांड में प्रवेश करते हुए कथा वाचक मानस मर्मज्ञ माणक मेनारिया ने श्री हनुमानजी के चरित्र एवं लंकादहन का सुदंर विवेचन किया। उन्होने कहा कि रामकथा गृहस्थ जीवन, आदर्श राज धर्म,पतिव्रत धर्म, पितृ धर्म, मातृ धर्म, भातृ धर्म, मित्र धर्म, आदर्श पारिवारिक जीवन के साथ-साथ भक्ति, ज्ञान, त्याग, वैराग्य और सदाचार की शिक्षा प्रदान करती है। रामकथा हर उम्र के शिक्षित-अशिक्षित,गरीब -अमीर, स्त्री-पुरूष सभी के लिए परम् आनन्द का मार्गदर्शन करने वाली है। आज संसार दुःख एवं अशान्ति की ज्वाला में जल रहा है। ऐसे में जगत में सुख शान्ति एवं प्रेम का प्रसार करने के लिए रामचरित मानस का श्रवण अनुशीलन परम् आवश्यक है। कथा श्रवण के लिए नगर समेत गवारड़ी,चोरवड़ी,चौकड़ी आदि से भी लोग आ रहे हैं। राम कथा का बुधवार को अंतिम दिन है। प्रातः 10 से 12 बजे तक हवन,12 से 3 बजे तक कथा एवं आरती प्रसाद के बाद कथा का यह आयोजन सम्पन्न होगा। आयोजकों के अनुसार कथा में कोरोना गाइड लाइन की पालना करते हुए क्षेत्र के महिला-पुरुष उत्साह से रामरस का आनन्द प्राप्त कर रहे हैं।